MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 17 भारत की जलवायु

MP Board Class 6th Social Science Book Solutions सामाजिक विज्ञान Chapter 17 भारत की जलवायु- NCERT पर आधारित Text Book Questions and Answers Notes, pdf, Summary, व्याख्या, वर्णन में बहुत सरल भाषा का प्रयोग किया गया है.

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 17 भारत की जलवायु

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए –
(अ) मानसून किसे कहते हैं ?

उत्तर:
ऐसी पवनें जो एक निश्चित अवधि में एक निश्चित दिशा में चलती हैं, मानसून कहलाती हैं।

(ब) लौटता मानसन क्या है?
उत्तर:
मानसूनी पवनें जब वापसी पर अपना क्षेत्र बदल देती हैं और बंगाल की खाड़ी के ऊपर से होकर तमिलनाडु तट पर वर्षा करती हैं, उन्हें ही लौटता मानसून कहते हैं।

(स) तापान्तर किसे कहते हैं ?
उत्तर:
अधिक और निम्न ताप के बीच का अन्तर तापान्तर कहलाता है।

(द) भारत की जलवायु कौन-सी है ?
उत्तर:
भारत की जलवायु मानसूनी है।

(य) भारत में कौन-सी चार ऋतुएँ होती हैं ?
उत्तर:

शीत ऋतु
ग्रीष्म ऋतु
वर्षा ऋतु, तथा
शरद ऋतु।
(र) भारत में शीत ऋतु की सामान्य दशाओं का वर्णन करो।
उत्तर:

सम्पूर्ण उत्तरी भारत शीत लहर की चपेट में आ जाता है।
उत्तर पश्चिमी भारत में पश्चिमी चक्रवातों से वर्षा हो जाती है।
लौटता मानसून तमिलनाडु के तट पर वर्षा करता है।
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प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) भारत की जलवायु को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक कौन-कौन से हैं ? लिखिए।

उत्तर:
भारत की जलवायु को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं –

भारत की भौगोलिक स्थिति – भारत के दक्षिण में हिन्द महासागर है। उत्तर में हिमालय पर्वत है। तीन ओर से समुद्र से घिरा होने के कारण पर्याप्त रूप से पवनों को आर्द्रता प्राप्त होती है।
धरातलीय स्वरूप – भारत के उत्तर में हिमालय पर्वत दीवार की तरह पूर्व से पश्चिम तक फैला हुआ है जो उत्तरी ध्रुव से आने वाली ठण्डी हवाओं को उत्तर में ही रोककर भारत को ठण्ड से बचाता है और मानसूनी पवनों को रोककर वर्षा में सहायता देता है।
प्रचलित मौसमी पवनें – यदि भारत में मौसम के अनुसार प्रचलित पवनों की दिशा नहीं बदलती तो यह एक शुष्क भू-भाग होता। उत्तर में एशिया महाद्वीप में वायुदाब परिवर्तन होने से प्रचलित पवनों की दिशा में भी परिवर्तन होता रहता है।
(ब) भारतीय जलवायु की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
भारतीय जलवायु की प्रमुख विशेषताएँ –

भारत की जलवायु पूर्णतः मानसूनी है।
अधिकांश वर्षा मात्र चार माह जून से सितम्बर में होती है।
उत्तरी भारत में तापान्तर अधिक तथा दक्षिणी भागों में कम पाया जाता है।
भारत में बाढ़ और सूखा एक साथ होता है।
वर्षा का वितरण बहुत ही असमान है कहीं बहुत ज्यादा तो कहीं बहुत कम होती है।
जलवायु सम्पूर्ण भारतीय जन-जीवन को प्रभावित करती है।
देश के भीतरी भागों में महाद्वीप और तटीय भागों में सम जलवायु दशाएँ पाई जाती हैं।
मानसून के पूर्व तथा उसके बाद चक्रवात आते हैं। जाड़े की ऋतु में भी चक्रवात आते हैं। ये चक्रवात वर्षा लाते हैं।

(स) भारत में मानसून की उत्पत्ति किस प्रकार होती है? लिखिए।
उत्तर:
भारत उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। सूर्य जब उत्तरी गोलार्द्ध में होता है तब यहाँ ग्रीष्म ऋतु होती है तथा तापमान बढ़ने लगता है। अधिक ताप के कारण उत्तरी भारत में निम्न वायुदाब उत्पन्न होता है। इसी समय दक्षिण में स्थित हिन्द महासागर में तापमान कम होने से अधिक दाब रहता है। अधिक वायुदाब से निम्न दाब की ओर पवनें चलने लगती हैं, चूँकि ये पवनें समुद्र (हिन्द महासागर) से स्थल मार्ग (भारतीय उपमहाद्वीप) की ओर

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प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(अ) शीत ऋतु में पश्चिमोत्तर भारत में वर्षा ………….. द्वारा होती है।
(ब) जब तापमान ऊँचा होता है तो वायुदाब …………… होता
(स) ग्रीष्म ऋतु में उत्तर – पश्चिमी भारत में दोपहर बाद चलने वाली गर्म पवन को …………. कहते हैं।
(द) जब तापमान 5° सेल्सियस से भी कम होता है उस समय – चलने वाली ठण्डी हवा को …………. कहते हैं।
उत्तर:
(अ) लौटते मानसून
(ब) निम्न
(स) लू
(द) शीत लहर।

प्रश्न 4.
भारत के मानचित्र में निम्न को दर्शाइए
कर्क रेखा, चेरापूंजी एवं मॉसिनराम, ग्रीष्मकालीन पवनें, अत्यधिक वर्षा वाले क्षेत्र, अरब सागर, बंगाल की खाड़ी, भारतीय मरुस्थल।

उत्तर:
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