MP Board Class 8th Social Science Solutions Chapter 25 अन्टार्कटिका

MP Board Class 8th Social Science Book Solutions सामाजिक विज्ञान Chapter 25 अन्टार्कटिका- NCERT पर आधारित Text Book Questions and Answers Notes, pdf, Summary, व्याख्या, वर्णन में बहुत सरल भाषा का प्रयोग किया गया है.

MP Board Class 8th Social Science Solutions Chapter 25 अन्टार्कटिका

प्रश्न 1.
(1) अन्टार्कटिका किस गोलार्द्ध में स्थित है ?
उत्तर:
अन्टार्कटिका दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है।

(2) क्षेत्रफल की दृष्टि से अन्टार्कटिका का विश्व में कौन-सा स्थान है ?
उत्तर:
क्षेत्रफल की दृष्टि से अन्टार्कटिका का विश्व में पाँचौं स्थान है।

(3) हिम शैल किसे कहते हैं ?
उत्तर:
समुद्र में तैरते हुए बर्फ के बड़े-बड़े खण्ड जिनकी ऊँचाई समुद्र तल से कम से कम 5 मीटर होती है वे हिम शैल कहलाते हैं।

(4) हिम छत्रक क्या है ?
उत्तर:
कुछ वर्ग किलोमीटर का वह क्षेत्र जो हमेशा हिम और बर्फ से ढका रहता है वह हिम छत्रक कहलाता है।

(5) क्रिल क्या है ?
उत्तर:
क्रिल एक प्रकार की मछली है जो अन्टार्कटिका समुद्री जीव जगत् के विकास में एक महत्वपूर्ण साधन है।

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MP Board Class 8th Social Science Chapter 25 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 2.
(1) अन्टार्कटिका महाद्वीप की खोज का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
इस महाद्वीप की खोज 1820 में हुई थी, परन्तु वास्तविक खोज का कार्य बीसवीं शताब्दी में शुरू हुआ। सफल प्रयासों में ब्रिटिश नौसेना के कप्तान रॉबर्ट फैल्कन स्कॉट का प्रयास रहा। 1910 में स्कॉट ने अन्टार्कटिका की ओर दक्षिण ध्रुव की खोज में प्रस्थान किया और 1912 में वे अपने दल के साथ दक्षिणी ध्रुव पहुँच गए, लेकिन वहाँ उन्हें नार्वे का झण्डा लगा मिला जिसे 20 अक्टूबर, सन् 1911 को दक्षिण ध्रुव पर पहुँचने वाले पहले यात्री रोआल्द आमन्सेन नामक नार्वेजियन ने लगाया था। इस प्रकार अन्टार्कटिका महाद्वीप की खोज हुई।

(2) अन्टार्कटिका महाद्वीप की भौतिक संरचना का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अन्टार्कटिका का लगभग 98 प्रतिशत भाग हमेशा बर्फ से ढका रहता है। यहाँ बर्फ की औसत मोटाई अनुमानतः – 2 से 5 किलोमीटर तक है। इस कारण यह सबसे ठण्डा और वीरान महाद्वीप है। अन्टार्कटिका का अधिकतम भाग ऊबड़-खाबड़ तथा पर्वतीय है। क्वीनमॉड पर्वत श्रेणी इस महाद्वीप को लगभग दो बराबर भागों में बाँटती है। पश्चिमी भाग वेडेला एवं पूर्वी भाग रॉस आलैण्ड कहलाता है। विनसन मासिफ की एल्सवर्थ पर्वत (4,897 मीटर) यहाँ की सबसे ऊँची चोटी है। यहाँ कई ज्वालामुखी पर्वत हैं और 70 से भी अधिक झीलें हैं जो बर्फ की चादर के नीचे फैली हैं।

(3) अन्टार्कटिका को श्वेत महाद्वीप क्यों कहते हैं ?
उत्तर:
विश्व में अन्टार्कटिका ही एकमात्र ऐसा महाद्वीप है, जो लगभग पूरी तरह से बर्फ से वर्ष भर ढका रहता है। पूरे महाद्वीप पर श्वेत रंग की बर्फ की चादर बिछी होने के कारण इस महाद्वीप को ‘श्वेत महाद्वीप’ कहते हैं।

(4) अन्टार्कटिका महाद्वीप के संसाधनों के बारे में लिखिए।
उत्तर:
ऐसा माना जा रहा है कि अन्टार्कटिका में बर्फ की चादर के नीचे मूल्यवान खनिज भण्डार छिपे हैं, इनकी खोज लगातार जारी है। अब तक कोयले, लौह अयस्क तथा ताँबे के थोड़े भण्डारों का पता चला है, लेकिन अनेक कठिनाइयों के कारण व्यापारिक स्तर पर इन खनिजों का उपयोग अभी नहीं हो सका है। संसार के मीठे पानी के 90 प्रतिशत भण्डार बर्फ के रूप में अन्टार्कटिका में संचित हैं।

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MP Board Class 8th Social Science Chapter 25 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 3.
(1) अन्टार्कटिका के वनस्पति व जीव – जन्तुओं का वर्णन करते हुए समझाइए कि अन्टार्कटिका में लोग स्थायी रूप से क्यों नहीं रहते हैं ?
उत्तर:
अन्टार्कटिका की अत्यन्त ठण्डी जलवायु व न्यूनतम वर्षा, बंजर भू – भाग, सूर्य प्रकाश की कमी पेड़ – पौधों के विकास में बाधक है, इसलिए यहाँ वनस्पति लगभग नहीं के बराबर है और जिन क्षेत्रों में उगती भी है वह गर्मी के कुछ सप्ताहों में ही पनप पाती है। लिचेन, शैवाल एवं कवक (फफूंद) यहाँ की वनस्पति है। अन्टार्कटिका में लिचेन की 200 से भी अधिक प्रजातियाँ पायी जाती हैं।

भू – भाग के जीव अत्यन्त सूक्ष्म अकशेरुकी (Invertebrate) हैं, लेकिन समुद्री जीव – जन्तुओं में पेंग्विन, नीली ह्वेल, फर सील, एल्बेस्ट्रॉस एवं क्रिल मछली प्रमुख हैं। अन्टार्कटिका अत्यन्त ठण्डा व वीरान महाद्वीप है जहाँ तेज तूफानी हवाएं चलती हैं, चारों ओर बर्फ ही बर्फ है। इस कठोर जलवायु में जीवन बहुत ही कठिन है। इसलिए मनुष्य यहाँ स्थायी रूप से नहीं रह सकते।

(2) अन्टार्कटिका को विज्ञान के लिए समर्पित महाद्वीप क्यों कहते हैं ? अन्टार्कटिका में भारत द्वारा स्थापित केन्द्रों के बारे में लिखिए।
उत्तर:
अन्टार्कटिका महाद्वीप आकार में बड़ा है लेकिन अभी भी भौतिक दृष्टि से यह मानव जाति को लाभ नहीं दे सका है। यह वैज्ञानिकों को पृथ्वी के बारे में अधिक जानकारी देने के अनोखे अवसर प्रदान करता है, इसलिए इसे विज्ञान के लिए समर्पित महाद्वीप कहते हैं। वैज्ञानिकों ने अन्टार्कटिका के निरीक्षण केन्द्रों में रहने के लिए अच्छा वातावरण बना लिया है तथा भारत द्वारा स्थापित केन्द्र इस प्रकार हैं –

भारत ने अन्टार्कटिका में पहला मानवरहित केन्द्र दक्षिण गंगोत्री नाम से सन् 1982 में स्थापित किया।
सन् 1988-89 में आठवें भारतीय दल ने दक्षिण गंगोत्री से 70 किलोमीटर की दूरी पर मानवयुक्त मैत्री केन्द्र की स्थापना की।


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