MP Board Class 11th English Book Solutions A Voyage, The Spectrum Chapter 6 Laxmi and the Doll – NCERT पर आधारित Text Book Questions and Answers Notes, pdf, Summary, व्याख्या, वर्णन में बहुत सरल भाषा का प्रयोग किया गया है.
MP Board Class 11th English The Spectrum Solutions Chapter 6 Laxmi and the Doll
A. Match the words under column A with the explanations given under B:
कॉलम A में दिए गए शब्दों से कॉलम B में दी गई व्याख्याओं से मिलान करो।।
Answer:
1 +8, 2+4,3+7,4+2,5+3,6 + 1,7+6,8+5.
B. Consult a dictionary and find out the synonyms of the given words:
किसी शब्दकोश में छोड़कर दिए गए शब्दों के समानार्थक शब्द ढूँदिए।
Answer:
clear, apparent
border, boundary
wealth, treasure,
grasped, embraced
assert, demand.
Comprehension
A. Answer the following questions in one or two sentences each.
नीचे दिये हुए प्रश्नों का एक या दो वाक्यों में उत्तर दीजिए।।
Question 1.
Where had Lakshmi’s husband gone ?
लक्ष्मी का पति कहाँ चला गया था ?
Answer:
He had gone to some foreign country.
वह किसी दूसरे देश में गया था।
Question 2.
How did she treat her mother-in-law ?
वह अपनी सास से कैसा व्यवहार करती थी ?
Answer:
She loved and respected her mother-in-law.
वह अपनी सास से प्यार करती थी और उनका सम्मान भी करती थी।
Question 3.
What did Lakshmi’s mother-in-law give her when she was dying? (2008)
मृत्यु के समय लक्ष्मी की सास ने उसे क्या दिया था ?
Answer:
Her mother-in-law gave her a wooden doll.
उसकी सास ने उसे एक लकड़ी की गुड़िया दी थी।
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Question 4.
How did Lakshmi behave towards the doll? (2008, 10)
गुड़िया के प्रति लक्ष्मी का व्यवहार कैसा था ?
Answer:
She gave the same respect to it as she gave to her mother-in-law.
वह उसे वही सम्मान देती थी जो वह अपनी सास को देती थी।
Question 5.
Why did Lakshmi go to the jungle? (2009, 13, 15)
लक्ष्मी जंगल में क्यों गई थी ?
Answer:
She went to the jungle to collect firewood.
वह जंगल में जलाऊ लकड़ी लाने गई थी।
Question 6.
Why did she climb a tree?
वह पेड़ पर क्यों चढ़ी थी?
Answer:
She climbed the tree because it was safe to sit there during the night.
वह पेड़ पर इसलिए चढ़ी कि रात के समय वहाँ बैठना अधिक सुरक्षित था।
Question 7.
What did the robbers do under the tree that Lakshmi was sitting on ?
लक्ष्मी जिस पेड़ पर बैठी थी उसके नीचे डाकुओं ने क्या किया ?
Answer:
They sat under the tree and were dividing the loot.
वे पेड़ के नीचे बैठ कर लूट के माल का बंटवारा कर रहे थे।
Question 8.
Why did they argue ?
उनमें वाद-विवाद क्यों हुआ ?
Answer:
They argued because each one wanted a bigger share.
उनमें वाद-विवाद इस कारण हुआ क्योंकि प्रत्येक अधिक हिस्सा चाहता था।
Question 9.
Why did they flee?
वे क्यों भाग खड़े हुए ?
Answer:
When the doll struck the head of the leader of the group, they thought that they had been attacked.
जब गुड़िया दल के मुखिया के सिर पर गिरी तो वे समझे कि उन पर हमला हो गया है।
Question 10.
What happened to Lakshmi’s husband when he was returning home?
जब लक्ष्मी का पति वापस घर लौट रहा था तो उसके साथ क्या घटना घटी ?
Answer:
While he was passing through the jungle, three robbers looted his belongings.
जब वह जंगल से गुजर रहा था तो तीन डाकुओं ने उसका सारा सामान लूट लिया।
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B. “True faith and devotion is the key to success.” Elaborate this statement keeping in view the story of Lakshmi. (2009, 12, 16)
लक्ष्मी की कहानी को ध्यान में रखते हुए इस कथन को सिद्ध करो-“सच्ची आस्था और समर्पण सफलता की कुंजी है।”
Answer:
Lakshmi had full faith in her mother-in-law. She was completely devoted to her and to the wooden doll given by her. The doll struck the head of the leader of the robbers at the right time. They got scared and ran away. This saved Lakshmi from being caught and harassed by them. Not only this, it was instrumental in retrieving her husband’s belongings which were looted by the robbers. Thus, we can say that true faith and devotion is the key to success.
लक्ष्मी को अपनी सास तथा उनके द्वारा दी गई गुड़िया पर पूरा भरोसा था और वह इनके प्रति पूर्णरूप से समर्पित थी। गुड़िया सही समय पर डाकुओं के मुखिया के सिर पर टकराई। इससे वे डर गये और भाग खड़े हुए। इसके कारण लक्ष्मी उनके द्वारा पकड़े जाने से बच गई। इतना ही नहीं, गुड़िया उसके पति का जो सामान डाकुओं ने लूट लिया था उसे वापस दिलाने का भी साधन बनी। अत: हम कह सकते हैं
कि सच्ची आस्था और समर्पण सफलता की कुंजी है।
Language Practice
इस खण्ड के मूल प्रश्न व तालिकाएँ अपनी पाठ्य-पुस्तक में से देखिए। यहाँ केवल उनके उत्तर दिए जा रहे हैं।
A. Change the following sentences into Future Continuous Tense.
निम्नलिखित वाक्यों को Future Continuous Tense में बदलो।।
Answer:
Vini will be coming on Sunday morning.
The train will be coming at 3p.m..
I shall be doing it in the afternoon.
Ravi will be going to school tomorrow.
Mikki will be playing with you in the evening.
B. Change the following sentences into Future Perfect Tense, using the
appropriate time adverbs. निम्नलिखित वाक्यों को Future Perfect Tense में बदलो।
Answer:
They will have done it.
Ravi will have flown it.
I shall have came there.
You will have made it.
They will have planned for this.
C. Complete the following sentences using the Future Perfect Continu ous form of the verb given in brackets.
निम्नलिखित वाक्यों में कोष्ठक में दी गई क्रिया को Future Perfect Continuous रूप भरकर पूरा करो।
Answer:
He will have been waiting for you for two hours.
They will have been watching television for an hour.
He will have been swimming all morning..
She will have been sleeping the whole night.
I will have been playing it for five days.
Laxmi and the Doll Summary in Hindi
लक्ष्मी तन्जौर के पास जंगल के किनारे एक छोटे से गाँव में अपनी सास के साथ रहती थी। कुछ वर्ष पूर्व उसका पति विदेश में अपना भाग्य आजमाने चला गया था। उस समय लक्ष्मी,बहुत दुखी हुई थी, लेकिन उसकी सास उसे बहुत चाहती थी। लक्ष्मी भी अपनी सास का बहुत सम्मान करती थी और उनकी आज्ञा के बिना कोई भी काम नहीं करती थी। वह छोटी-बड़ी सभी बातों के लिए उनकी स्वीकृति लेती थी। एक दिन लक्ष्मी की सास बीमार पड़ गई। लक्ष्मी ने उनकी खूब तीमारदारी की, किन्तु उनकी हालत बद से बदतर होती चली गई और लक्ष्मी समझ गई कि उनकी मृत्यु निकट है।
वह उनसे लिपट गई और रोते हुए बोली, “माँ, प्यारी माँ, मुझे छोड़कर मत जाओ।” इस पर लक्ष्मी की सास ने उसकी ओर देखा, उसे अपने समीप खींचा और प्यार किया फिर बोली, “तुम चिन्ता मत करो ‘यदि तुममें साहस हो तो तुम अपनी देखभाल भली प्रकार कर सकोगी। फिर तुम्हारे पति भी कुछ दिनों में आ जाएँगे और तुम उनके साथ सुख से रहेगी। मैं तुम्हारी मदद के लिए ये दिये जाती हूँ।” और उन्होंने अपने तकिए के नीचे से लकड़ी की एक गुड़िया निकाली और लक्ष्मी को दे दी, “अब से ये गुड़िया मेरा स्थान ग्रहण करेगी।”
कुछ समय पश्चात् लक्ष्मी की सास की मृत्यु हो गई और लक्ष्मी उनके द्वारा दी गई गुड़िया से भी वैसा ही व्यावहार करती रही जैसा अपनी सास से करती थी। हर काम करने से पूर्व वह गुड़िया से पूछती कि क्या वह अमुक काम कर सकती है और फिर अपने से ही कहती कि हाँ कर लो।
जब गुड़िया उसके पास होती थी तो वह आश्वस्त महसूस करती थी। इसी कारण वह उसे हमेशा अपने पास रखती थी।
एक दिन सन्ध्या के समय उसने देखा कि घर में चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी नहीं है। तब उसने गुड़िया से पूछ, “माँ, क्या मैं लकड़ी लाने जंगल में जाऊँ।” ओर फिर उत्तर दिया, “हाँ, जाओ पर सतर्क रहना, रास्ता मत भूल जाना।” लक्ष्मी जंगल में गई और लकड़ी बीनते हुए जंगल में घूमती रही। अचानक आकाश में बादल छा गये, बिजली चमकने लगी, बादल गरजने लगे और पानी बरसना शुरू हो गया।
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लक्ष्मी गुड़िया से पूछकर एक बड़े बरगद के पेड़ के नीचे बैठ गई। कुछ समय बाद बारिश बन्द हुई तो रात हो चुकी थी, सब ओर अन्धकार था। लक्ष्मी भयभीत हो गई। उसने गुड़िया से पूछा कि अन्धेरे में वह भटक सकती है, अत: क्या इस पेड़ पर चढ़कर वहीं रात बिताए तो गुड़िया ने उत्तर दिया कि हाँ, ऐसा ही करो, और वह पेड़ पर चढ़कर एक मोटी-सी डाल पर बैठ गई। आधी रात के समय कुछ लोग उस पेड़ के नीचे आकर बैठ गये। लक्ष्मी को डर लगा कि कहीं वे पेड़ पर तो नहीं चढ़ेंगे। इतने में उनमें से एक ने लालटेन जलायी और लक्ष्मी ने देखा कि वे तीन लोग हैं जो एक थैले में कुछ सामान लिए हैं। उन्होंने उस सारे सामान को जमीन पर डाला तो उसमें सोने-चांदी के आभूषण व सिक्के थे। स्पष्टतः वे लोग डाकू थे और यह लूट का माल था। उन्होंने उसका बँटवारा शुरू किया और विवाद में उलझ गये। उनमें से प्रत्येक ज्यादा हिस्से का दावा कर रहा था।
विवाद बढ़ा तो वे एक-दूसरे से लड़ने लगे। यह देखकर लक्ष्मी बहुत ज्यादा डर गई और काँपने लगी। उसने गुड़िया निकालकर पूछना चाहा कि अब वह क्या करे पर गुड़िया उसके हाथ से छूटकर नीचे बैठे डाकुओं के सरदार के सिर पर गिरी। वह जोर से चिल्लाया और उन तीनों ने समझा कि उन पर हमला हो गया है। वे डरकर सारा सामान वहीं छोड़कर भाग खड़े हुए। लक्ष्मी सारी रात पेड़ पर बैठी रही। सुबह हुई तो नीचे उतरकर अपनी गुड़िया ढूँढ़ने लगी। गुड़िया सिक्कों के ढेर में पड़ी मिली। लक्ष्मी ने उसे उठाया और उससे पूछा कि अब वह क्या करे ? क्या सारा सामान घर ले जाए तो गुड़िया ने उत्तर दिया कि हाँ वह सारा सामान घर ले जाए और उसे उसके मालिक को दे दे।
लक्ष्मी ने सारा सामान डाकुओं के थैले में भरा और लेकर घर पहुँची-उसे पता नहीं था कि उसका मालिक कौन है ? थोड़ी देर में किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी। लक्ष्मी समझी कि उस सामान का मालिक उसे लेने आया है। उसने दरवाजा खोला तो देखा उसका पति सामने खड़ा था। पहले तो वह भौंचक-सी उसे देखती रही फिर झुककर उसके चरण छुए और बोली, “मैं तो डर गई थी कि उस सामान का मालिक शायद उसे लेने आया हैं।” इस पर पति ने पूछा, “कौन-सा सामान ?” इस पर लक्ष्मी ने उसे सारा सामान दिखाया। सामान देखते ही पति क्रोधित हो उठा।
उसे लगा कि उसकी पत्नी की उन डाकुओं से मिलीभगत है। वह घर छोड़कर जाने लगा। इस पर लक्ष्मी ने उसे रात का सारा किस्सा सुनाया। तब पति बोला कि जब वह घर लौट रहा था तब रात को रास्ते में तीन डाकुओं ते उससे वह सारा सामान लूट लिया था। इस पर लक्ष्मी ने कहा कि, “फिर यह सारा नसामान आपका है इस स्वीकार कीजिए।” पर पति बोला कि नहीं यह सारा सामान लक्ष्मी का है क्योंकि वह उसी के लिए तो इसे ला रहा था। और फिर उन्होंने अपना सारा जीवन सुखपूर्वक बिताया। -शंकर
Laxmi and the Doll Word Meanings of Difficult Words